Tere Chehre Se Nazar Nahi Hatti Shayari :- नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है, आजके ईस नये पोस्ट मे। हम आशा करते है की आप सब एकदम स्वस्थ और मस्त होंगे। आपको ईस पोस्ट मे तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती शायरी मिल जाएंगे। आपने ऐसे प्यार भरी तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती शायरी कही पर भी नहीं पढ़ी होंगी।
दोस्तों प्यार की बात करेंतो प्यार सबसे पहले नजर से होता है। नजर से नजर मिलती है, प्यार हो जाता है। आपको भी कुछ इसी तरह से किसी से प्यार हो गया है। और आप उसे अपने प्यार की बात बताना चाहते है। तो आप ईस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े। आपको यहाँ पर तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती शायरी मिल जाएगी। तो आप ईस शायरी की मदद से उसे अपने दिल की बात बता सकते है। उसे कह सकते है, की आपकी नजर उसके सिवा कही और नहीं लगती। आप कह सकते है की तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती नजाने हम क्या करें।
Tere Chehre Se Nazar Nahi Hatti Shayari
तेरे चेहरे की ये रौनक आंखों से मेरे नही हटती,
तेरी बातो के बिन ये राते मेरी अब नही कटती,
तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती।
वो निगाहों से ही कमाल करती है,
हथियारों से नही नजरो से ही कत्लेआम करती है।
तेरी तिरछी नजर ने इस दिल को घायल किया है,
तेरी मोहब्बत ने मुझे बेकरार किया है।
तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती,
नजाने हम क्या करें।
नज़र से नज़र मिला कर तुम नज़र लगा गए,
ये कैसी लगी नज़र कि हम हर नज़र में आ गए।
तेरे सिवा भी कई रंग ख़ुश नज़र थे,
मगर जो तुझको देख चुका हो वो और क्या देखे।
मैंने तो देखा था बस एक नजर के खातिर,
क्या खबर थी की रग रग मे समां जाओगे तुम।
सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते हैं लोग,
एक नज़र हमको भी देख लो,
ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती।
नज़रे तुम्हारी बोल रही तुम करती हो मुझसे प्यार,
पर पूछता हूँ जब भी में तुमको तुम कर देती हों इंकार।
तेरी झुकी नजर ने कमाल कर दिया,
ऊपर जमीन और नीचे आसमान कर दिया।
तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती शायरी
ना जाने तुझे कैसा ये हुनर आता है,
मैं तेरे प्रेम से बच कर जाऊं तो कहाँ जाऊं,
तू मेरी सोच की हर दहलीज़ पे नज़र आता है।
यहाँ भला कौन अपनी मर्ज़ी से जी रहा है,
सभी इशारे तेरी नज़र से बंधे हुए हैं।
वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी,
मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे झुका लेगी,
उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना,
वो नादान है यारो अपना हाथ जला लेगी।
देख कर हैरान हूँ आईने का जिगर,
एक तो कातिल सी नज़र उस पर काजल का कहर।
ये नाज़ो-हुस्न तो देखो कि दिल को तड़पाकर,
नज़र मिलाते नहीं मुस्कुराये जाते हैं।
नज़रों का ही खेल है ये सारा,
जिनमे फस गया दिल बेचारा।
आवाज न होते हुए भी सब कह जाती है,
नज़रे तुम्हारी माशाल्लाह जान ले जाती हैं।
नज़रे ये तुम्हारी कुछ कहना चाहती है,
वो मेरे और सिर्फ मेरे संग रहना चाहती है।
जाने क्या कशिश है उसकी मदहोंश आँखों में,
नजर अंदाज जितना करो,नज़र उस पे ही पड़ती है।
तुम भी खुद से बेइन्तहाँ मोहब्बत करोगे,
जब एक दफा खुद को मेरी नज़र से देखोगे।
Tere Chehre Se Nazar Nahi Hatti Shayari in Hindi
नज़र में रखा नज़र भर के नहीं देखा,
नज़र न लग जाए उसे मैंने उसकी तरफ नहीं देखा।
प्यार के फूल खिलते हैं तेरी मदहोश आंखों में,
जहां देखे तू एक नजर वहां खुशबू बिखर जाए।
अब ज़रूरी तो नही है कि वो सब कुछ कह दे
दिल मे जो कुछ भी हो आँखों से नज़र आता है।
जब नजर से नजर मिली तो इकरार हुआ,
पहली मुलाकात से ही आपसे प्यार हुआ।
नजरें क्या कम थी घायल करने के लिए,
जो आज तूने जुल्फें भी फैलाई है।
कुछ यूँ मिली नज़रे उनसे,
कि बाकी सब नजर अंदाज हो गए।
तुम जब भी मिलो तो नजरे उठा कर मिला करो,
जान-ए-जाना मुझे पसंद है,
तुम्हारी आँखो में अपना चेहरा देखना।
मेरा आईऩा भी अब मेरी तरह पागल है,
आईना देखने जाऊं तो नज़र तू आए।
नजर और नसीब के मिलने का,
इत्तफाक कुछ ऐसा है कि,
नजर को पसंद हमेशा वही आता है,
जो नसीब मे नही होता।
तेरी कातिल नज़रों से जो टकराया होगा,
मुझे नहीं लगता वो अब तक घर पहुँच पाया होगा।
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Last Word :-
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